उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन के फायदे,उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन कैसे करें
उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर शुरू की गई एक योजना है।
भारत में कोई भी उद्यमी हो जो स्वयं का बिजनेस करके देश की अर्थव्यवस्था में कुछ योगदान देना चाहता हो, को यदि आप पूछेंगे की वह बिजनेस किस स्तर पर शुरू करना चाहता है। तो अधिकतर उद्यमियों का जवाब बिजनेस को छोटे स्तर से शुरू करके बड़ा करने का ही होगा।
कौन उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन कर सकता है ?
उद्योग आधार के आने से ये सब बहुत आसान हो गया है साथ ही कम समय में ही अब ऑनलाइन बिजनेस का रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है और फिर आप अपना बिजनेस लीगल तरीके से चला सकते हैं। यही नहीं उद्योग आधार की शुरुआत से काफी हद तक मध्यम, छोटे और सूक्ष्म उद्यमों में भी सुधार हुआ है।
उद्योग आधार कुछ भी नहीं है बल्कि सरकारी पंजीकरण है जो कि मान्यता प्रमाण पत्र के साथ प्रदान किया जाता है और छोटे / मध्यम व्यवसायों या उद्यमों को प्रमाणित करने के लिए एक 12 अंको की अद्वितीय संख्या ( यूनिक नंबर ) प्रदान की जाती है जिसे उद्योग आधार नंबर भी कहा जाता है जो कि व्यापारियो के लिए उनके व्यापार का रजिस्ट्रेशन नंबर भी होगा।
उद्योग आधार को मिलने वाले अन्य लाभ कुछ इस प्रकार है :
- उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन के माध्यम से यह स्पष्ट हो जाता है की उद्यमी का उद्यम सूक्ष्म, लघु या फिर मध्यम उद्यम के अंतर्गत आता है। और बैंकों द्वारा लघु उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए नअनेकों योजनायें चलाई जाती हैं। इसलिए उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन का पहला लाभ यही है की इस प्रकार का पंजीकरण करके उद्यमी बैंकों द्वारा चलाई जा रही अनेकों योजनाओं का लाभ ले सकता है।
- ट्रेडमार्क और पेटेंट के लिए सरकारी शुल्क पर 50% विशेष छूट
- बैंक ओवरड्राफ्ट (AUD) पर ब्याज दर पर 1% की छूट
- छोटे उद्योगों या लघु उद्योगों को इनके प्रारम्भ में एक्साइज ड्यूटी में छूट या फिर प्रत्यक्ष कर लाभ भी प्राप्त हो सकता है ।
- ऐसे उद्योग जो उद्योग आधार से जुड़े हुए हैं उन्हें राज्य सरकार द्वारा भी प्रोत्साहित किया जाता है और उन्हें बिजली, टैक्स एवं उनके प्रवेश पर सब्सिडी दे सकती है। इसके अलावा सेल्स टैक्स इत्यादि में छूट एवं उन इकाइयों द्वारा निर्माण किये गए सामान को खरीदने में प्राथमिकता दे सकती है।
- इन उद्योगों को केंद्र द्वारा चलाई गई योजनाओं जैसे क्रेडिट गारंटी स्कीम, जीरो इफ़ेक्ट जीरो डिफेक्ट, महिला उद्यमिता, इन्क्यूबेशन इत्यादि का लाभ मिलता है।
- कहने का अभिप्राय यह है की उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन के बाद उद्यमी सभी सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए पात्र हो जाता है। इनमें सरल ऋण, बिना गारंटी के ऋण, ब्याज में सब्सिडी के साथ ऋण इत्यादि लाभ शामिल हैं।
- इस तरह की इकाइयों को अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने हेतु विदेशी एक्सपो में हिस्सा लेने के लिए सरकार द्वारा वित्तीय सहायता भी प्राप्त की जा सकती है।
- इस तरह की इकाइयाँ सरकारी सब्सिडी प्राप्त करने के लिए पात्र हो जाती हैं।
- इस तरह का रजिस्ट्रेशन करने के बाद उद्यमी अपने बिजनेस के नाम से आसानी से बैंक में करंट बैंक अकाउंट खोल सकता है।
- इस तरह का यह रजिस्ट्रेशन इकाइयों को सरकारी सूक्ष्म व्यापार ऋण और ऐसी ही अन्य योजनाओं का लाभ देने के पात्र बनाता है।
- मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको उद्यम सर्टिफिकेट की जरूर पड़ेगी
बैंकों से लाभ – सभी बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान एमएसएमई को प्राथमिकता देते हैं और उनके लिए विशेष योजनाएं बनाते हैं। इसमें आम तौर पर प्राथमिकता क्षेत्र उधार शामिल होता है, जिसका अर्थ है कि आपके व्यापार को आसानी से लोन मिल सकता है और कम बैंक ब्याज दरें लागु होती है । पुनर्भुगतान में देरी के मामले में आपको रहत भी मिल सकती है।
- मुद्रा ऋण योजना के लिए पात्र
- बिजनेस के लिए लोन लेने पर आपका रेट ऑफ इंटरेस्ट कम होता है और आपको कम ब्याज में लोन मिलता है
राज्य सरकारों के लाभ: राज्य सरकार जो व्यवसाय उद्योग आधार से जुड़े है उन्हें बिजली, कर और प्रवेश पर सब्सिडी देती हैं और राज्य सर्कार उन्हें सेल्स टैक्स में छूट और उनके द्वारा बांये गए माल को खरीद वरीयता प्रदान करती है |
- पेटेंट पंजीकरण कराने पर आपको 50% तक छूट मिल सकती है
- International Trade fair में हमें Participation के लिए consider की जा सकता है.
- Stamp Duty और पंजीकरण में छुट मिल सकता है.
जरुरी दस्तावेज
- आधार कार्ड (आधार कार्ड में मोबाइल नंबर लिंक होना चाहिए )
- पैन कार्ड (जो आपके पास पैन कार्ड नहीं तो भी हमारा संपर्क करे। पैन कार्ड भी बना देंगे )
- बैंक पासबुक
- मोबाइल नंबर
- E-Mail id (G-mail)
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